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ग्रामीण मीडिया सेण्टर| www.graminmedia.com
ब्लॉक के नगरकोट में गुड़घाने पर गुड़ बनाते समय किसान कढ़ाई में गिर गया। कढ़ाई में गुड़ पक रहा था जिससे किसान गंभीर रूप से झुलस गया। गर्म गुड़ की चपेट में आने से किसान की हालत गंभीर बनी है। किसान दिनेश कवड़े (35) सुबह अपने बड़े भाई भिक्कू कवड़े के खेत के घाने पर गुड़ बनाने गया था। दिनेश कढ़ाई के पास खड़े होकर गुड़ बना रहा था। इस दौरान संतुलन बिगड़ने से कढ़ाई में गिर गया। कढ़ाई में गुड़ पक रहा था। पकते गर्म गुड़ की चपेट में आने से वह बुरी तरह से झुलस गया। घाने पर मौजूद किसानों और मजदूरों ने उसे कढ़ाई से बाहर निकाला और 108 एंबुलेंस को सूचना दी। सूचना पर एंबुलेंस मौके पर पहुंची और दिनेश को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। दिनेश के हाथ, पैर और सीना झुलस गया। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने से जिला अस्पताल रैफर किया।
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मुलताई तहसील मुख्यालय से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत कामथ में विगत 10 सालो से लाखो रुपयों का पंचायत के पानी चोरी का मामला ग्रामीण मीडिया ने बारीकी से जांच कर भंडाफोड़ किया। मुलताई के एसडीएम राजेश शाह ने करीब दो घंटे तक जांच में प्रथम द्रष्ट्रा पानी की चोरी और पंचायत के समक्ष एक और पंचायत व्यवस्था पाई। ग्राम पंचायत के आम नागरिक पानी की बून्द बून्द को तरस रहे है। वही दुसरी और पंचातय के 24 घंटे पानी सप्लाई वाले बोरो से पानी माफिया खेतो में सिचाई , प्रति टेंकर 400 रू बिक्री , अपने सूखे कुओ में जलसंग्रहण कर। 12 - 12 हजार लीटर के प्राइवेट टेंकरो में जल सप्लाई कर रहे है। यहां तक की पंचायत क्षेत्र में पूरी की पूरी पेयजल के घर घर जो नल है उसका भी पूरा काम पंचायत से खुद के हाथ में लेकर प्रति कनेक्शन 3 हजार और 100 रु प्रति माह की वसूली भी ये ही लोग कर रहे है। गौर तलब हो की इस पंचायत में पानी की कोई संवैधानिक समिति नहीं है. ग्राम पंचायत के दो बोर नागपुर रोड से छिंदवाड़ा मार्ग के किनारे है। जिनमे 24 घंटे की लाइट व्यवस्था की गई है। इस लाइट व्यवस्था के लिए मुलताई नगर की 24 घंटे की लाइट छिंदवाड़ा मार्ग से लेकर 1 किलोमीटर की लकड़ी के खम्बो पर टांग कर ले गए है। यहां से भूमिगत पाइप लाइन डालकर। खेतो में, ईट के भट्टों पर , एक किलोमीटर दूरी पर एक सूखे कुए पर जो यहां से एक किलोमीटर की दूरी पर है जाता है। वहा से एक व्यक्ति निजी टेंकरो को पानी देता है। ये पूरी की पूरी राशि पंचायत के खाते में नहीं जाती है। एक अंदाज से लगभग १० सालो कम 50 लाख की राशि का पानी ये लोग बेच चुके है। पंचायत के समकक्ष ये पूरी व्यवस्था है।
पंचायत की परिसम्पत्ती रजिस्टर में 102 कनेक्शन, बोर का विधुत बिल.आय और व्यय का कोई हिसाब किताब नहीं है। ऐसा नहीं की किसी को कोई जानकारी नहीं है। पूरी की पूरी मिलीभगत है। गौर तलब हो की मुलताई से ज्यादा टेंकर और पानी सप्लाई करने वाले इस ग्राम पंचायत के है। पानी की अव्यवस्था है। पानी चोरी का प्रकरण दर्ज होना चाहिए और सरकारी खजाने में धन वापसी। पूरी जांच हो तो कई रसीद कड़े, भवन अनुमति की करोडो की राशि गायब है।
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तीन माह से लंबित अविवादित नामांतरण, बंटवारा के प्रकरणों की जानकारी कलेक्टर को दी जा सकती हैप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की 15 अगस्त 2017 को की गई घोषणा अनुरूप यदि कोई व्यक्ति तीन महीने पुराने अविवादित नामांतरण अथवा बंटवारे के लंबित प्रकरण की जानकारी लेकर आता है तो उसे एक लाख रूपए नगद पुरस्कार दिया जाएगा और पुरस्कार की राशि दोषी अधिकारी-कर्मचारी से वसूल की जाएगी।
इस संबंध में अपर कलेक्टर श्री मूलचंद वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा दिनांक 15 अगस्त 2017 से तीन माह के लंबित कोई अविवादित नामांतरण अथवा बंटवारा प्रकरण किसी राजस्व अधिकारी के समक्ष निराकरण हेतु लंबित हैं, तो संबंधित नागरिक विवरण के साथ जिला कलेक्टर के समक्ष उपस्थित हो सकते हैं