पवित्र नगर मुलताई में अतिक्रमण के कारण पहले ही छोटी छोटी सड़के है। उस पर भी नव निर्मित भवनों की मिर्माण सामग्री जैसे- रेत ,गिट्टी, ईट के अलावा वाहन, दुकानों के विज्ञापन के बोर्ड से वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है। नगर में एक तो लोकनिर्माण विभाग की सड़के है। कुछ का रख रखाव का काम नगर नगरपालिका के पास है। कुछ लोगो के कारण बहुत बड़ी संख्या में लोग परेशान होते है। शासनस्तर से इनको मौन सहमति रहती है। मासोद रोड जिसकी चौड़ाई रिकार्ड में 80 फिट है , आज 80 सेंटीमीटर भी स्थान साइड पटरी का नहीं है। रेत सड़को के बीच तक है , दो चक्का वाहन रोज गिरते है। आगे हालत विडिओ में देखे।
मुलताई में लम्बे समय से एक आजाद वार्ड और एक बैतूल रोड पर जुआ घर चल रहे है। नगर के बच्चे बच्चो को इस की जानकारी है। बैतूल रोड का तो नगर से थोड़ी दूरी पर है, लेकीन आजाद वार्ड का तो पवित्र नगर के सेंटर पाइंट पर है। इस स्थान का अगर भौगोलिक रूप से देखे तो ये स्थान थोड़ा संवेदनशील भी है। यहां पर दो समाज का निवास करते है। एक हिन्दू और दूसरा मुस्लिम समाज इस हिसाब से ये नगर की शांति व्यवस्था की दुष्ट्री से भी पुलिस को ध्यान देने योग है। ग्रामीण मीडिया के जानकार सूत्रों ने अभी तक ये कौन सा घर या मकान है पूरी तरह से स्पष्ट नहीं किया है। लेकिन दबी हुई जुबान से बताया की सुरक्षा एजेंसी याने पुलिस को सब पता है। एक वर्ग पहली (अस्पष्ट ) के रूप में बताया की जुआ घर संचालित करने वाला एक समुदाय विशेष से है। इस मकान में एक नहीं चार दरवाजे है। तीन और हमेशा ताला लगा रहता है। एक चोर दरवाजा है, नगर की चार भिन्न भिन्न गलियों से जुड़ा है ये मकान। चार स्थानों पर अलग अलग वाहन पार्किंग की सुविधा है। मुलताई के सभ्य समाज के युवा आते है। जिले के प्रमुख जुआड़ी भी आते है। हजारो का नहीं लाखो के दाव लगाते है। आजाद वार्ड के इस भवन में अन्य प्रकार के गलत कामो की अलग अलग कमरों में सुविधा है। आजू बाजू के मकान वाले परेशान है। कोई भी इस मकान के बारे में स्पष्ट तौर पर जानकारी नहीं देता है। पुलिस को सर्च वारंट के साथ छापा मार कार्यवाही करना पड़ेगा वह भी बहुत ही गोपनीय। जानकार सूत्रों ने बताया कि कुछ लड़किया भी इस गरोह में शांमिल है। शर्मशार बात है। सब को सब मालुम है। कोई भी इस अड्डे का नाम नही बता रहा है। ग्रामीण मीडिया ये मांग करता है की कीसी दिन कोई नगर में बड़ी अप्रिय घटना के पूर्व ही इस प्रकार के घरो को चिन्हित करके सार्वजिनक करे थोड़े सी छूट कल गल्ले की हड्डी बनेगी। स्थानीय नेताओ के नाम भी सावर्जनिक होना चाहिए जो एक प्रकार की गतिविधिओ को सपोट करते है।
मुलताई ग्रामीण मीडिया की नै पहल के अंतर्गत पवित्र नगर मुलताई में स्वच्छता के जमीनी हकीकत में एक महिला ने जानकारी में बताया था कि हाथ से मैला फेका और गणेश जी का पंडाल लगाया। इसके दूसरे दिन नगरपालिका ने एक पूरी टीम भेजी ग्रामीण मीडिया ने इस पर भी एक वीडियो बनाया देखे साथ ही कल की तारीख में नपा अध्यक्ष ने भी दौरा किया|
ग्राम पंचायत डहुआ में ग्रामीण मीडिया को ग्राम पंचायत भवन के सामने किसानो ने कैमरे के सामने खुल करके बताया कि, पटवारी हल्का 49 में ग्राम डहुआ और ग्राम डहुआ ढाना आते है। जो की मुतलाई तहसील में दुनावा वृत में आते है। शासन स्तर से पटवारी हल्का दुनावा और घाटपिपरिया दो ऐसे पटवारी हलकों को नियमानुसार बैतूल से भू अभिलेख अधीक्षक बैतूल के आदेशानुसार मंजरा टोला याने अलग पटवारी हल्का नम्बर का प्रशासनिक काम सेवा निवृत पटावरीओ को प्रतिनियुक्ति पर उनके ज्ञान के आधार पर मानदेय दे करके करवया जाता है। इस के शासन के पास स्पष्ट निर्देश है. पहले संयुक्त रूप से पटवारी हल्के को पटवारी हल्का नम्बर देने के बाद नियमानुसार कम्प्यूटर शाखा में नया नम्बर दर्ज होने के बाद जो किसान सहमति, वसीयत , आपसी बटवारा करके रिकार्ड दुरुस्त करना चाहता है। इस के बाद नियमानुसार करवाता है। अलग अलग भी और संयुक्त खातों से मुक्ति जिससे की फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड, भावंतर पंजीयन और जमीन बिक्रीय कुल मिला करके अपनी जमीन का वह कानूनी मालिक होता है। हर किसान को इन कामो में काफी दिक्क़ते जाती है। इस के नाम पर अधिकाँश बार किसानो को कोर्ट और कचरी में परेशान होता है। दलाल लुटते है।
ग्राम डहुआ में टोले के नाम पर गलत तरीके से प्रति भी पांच हजार रुपए खर्च लेकर बही बनी जिस पर भू अभिलेख अघिक्क्ष के हस्ताक्षर है। किसानो के पास बही है लेकिन कोई काम की नहीं कम्प्यूटर में रिकार्ड नहीं होने से शासन की कोई योजनाओ का लाभ नहीं ले पा रहे है। जिसको फर्जी बही के नाम दिया जा सकता है। शासन से मांग है की प्रति भी पांच हजार की जांच फिर से मंजरा टोला बने। दो साल से किसान जगह शिकायत कर चुके है।
राष्ट्रिय किसान मजदूर महासंघ द्वारा अन्नदाता अधिकार यात्रा भोपाल चलो, 28 अक्टूम्बर प्रदेश के 51 जिलो में 75 दिनों में 7 हजार किलोमीटर की यात्रा सम्पन्न होगी। अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर ख़ुशीहाली के दो आयाम कर्ज मुक्ति और पूरे दाम। 25 सितम्बर शुक्रवार ये यात्रा मुलताई से निकली, शहीद स्मारक पर फूल अर्पण किए। ये यात्रा मुलताई से पांढुर्ना के लिए रवाना हुई. इसमें बड़ी संख्या में वाहन और किसान थे। किसानो को जागरूक करना एक मात्र लक्ष्य है। संगठित होकर के अपने मुद्दों को रखे और किसानो के हित में निति बनाने की समझ बने। लम्बे समय से ये संघठन किसानो और किसानी के मुदद्दो पर काम कर रहा है। बाद में मुलताई रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता में ग्रामीण मीडिया सेण्टर मुलताई को बताया। सुने किसान नेता कक्का जी से ,,,,