मुलताई में नेताओं ने मघ्यप्रदेश संपत्ति विरूपण अघिनियम 1994 धारा 2 के तहत नियम तोड़े है । इसमें दो दिन पहले कार्यलय रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने 2 सितम्बर 2018 के आदेशानुसार इन स्थानों से नगरपालिका के कर्मचारियों से एक ट्राली भर के बोर्ड हटाए थे। 11 तारीख को फिर से ये नेता नियम विरुद्ध विधुत के खम्बो और सरकारी भवनों पर दिख रहे है। मुलताई में ये लोग रात दिन यही पर रहते है। हाई कोर्ट के आदेश को भी नही मानते।
ग्रामीण मीडिया संवाददाता ग्रामीण मीडिया सेण्टर मुलताई की ओर से मुख्यमंत्री जी आपका स्वागत है। ग्रामीण मीडिया के राजेन्द्र भार्गव से सुने दिल की बात दिल से,,,,,,,अंतराष्ट्रीय सतत् विकास लक्ष्य से अभी बहुत दूर है, हम जाने सरकारी योजनाओ का फर्जी बाड़ा
ग्रामीण मीडिया संवाददाता आज ११ तारीख को माँ ताप्ती की नगरी में आपका स्वागत है।
वोट भी लो और नोट भी लो पर मुलताई का विकास करा दो । माँ ताप्ती को भी वो सम्मान दिला दो ,जो माँ नर्मदा नदी को देते हो । नर्मदा यात्रा और ताप्ती यात्रा में इतना भेद-भाव क्यों, इस बात का जबाब दिला दो । संगठन की चंदे की रसीद कोरी क्यों।
मुलताई विकास खंड में दिनांक 30 जुलाई को उसी के खेत ग्राम कपासिया में अशोक मालवीय पिता दयाराम मालवीय 45 वर्ष ने आत्म हत्या या उसकी हत्या जिसकी जानकारी के लिए उसकी पत्नी को मिली। मुलताई पुलिस जांच कर रही है। ग्रामीण मीडिया को उसकी पत्नी ने कैमरे के सामने जानकारी में बताया की मेरे पति बहुत हिम्मत वाले थे। वो इस प्रकार का आत्म हत्या जैसा गंदा काम नहीं कर सकते है। मेरी पूरी खेती षड्यंत्र करके सूत खोरो ने मेरे जेठ के साथ मिल करके गलत दस्तावेज तैयार करके बेच दी। पूरा पूरा मामला सूदखोरों के मनमाने ब्याज का है। मेरे खेत एक नहीं कई बार गिरवी रखे जो बेच करके धन आता था वे ये सूत खोरो के पास चला जाता था।
ग्रामीण मीडिया ने जब ये घटाना की जानकारी मिली उसी दिन किसान की हत्या या आत्महत्या और प्रेरित करने वाले कौन - कौन हो सकते है। आपने जानकार सूत्रों से पता करना चालु किया। अशोक मालवीय की जब लाश देखी तो उसके एक हाथ पर पेन से लिखा था खेत मेरा है, मैंने खेत नहीं बेचा व् मकान मेरा है। और जेब में पेन लगा था। प्रथम दृष्ट्रा ये मामला सम्पति से जुड़ा और किसान को अपने खेत और मकान से लगाव दिखाई दिया। बाद में पता किया तो इसके बड़े भाई ने ग्राम के किसी रधुवंशी समाज के नागरिक को खेत बेचा और ब्याज की बड़ी राशि का लेन - देन और आपसी विवाद क्रेता और विक्रेता के बीच की बात पता लगी। जिस की पूरी जानकारी मुलताई पुलिस को मालुम है। दिनाक 9 या 10 मई २०१८ मुलताई थाना प्रभारी चौहान को शिकायत आवेदन के साथ एक गुलाबी रंग की एक पेनड्राइव शिकायत आवेदन के साथ दी। जिसमे ब्याज का लेनदेन झगड़ो का कारण, सम्पति के बारे में आपसी झगड़ो का पूरा रिकार्डिंग था। जो आवेदन के साथ पीड़ित पक्ष बतौर सबूत के लिए लाए थे। थाना प्रभारी को दोनों पक्षों ने सविस्तार इस प्रकरण के बारे में पता है। लाखो के लेनदेन का मामला और रजिस्ट्री की कुछ शिकायत थी। थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों के निशुल्क सलाह दी की ये मामला आप दोनों आपस में समझे। आज भी इसका आवेदन और पेनड्राइव थाने में एक प्रति शिकायत कर्ता दशरथ मालवीय के पास है । इस सुनवाई में कुल आठ लोग ग्राम से आये थे। दो छिन्दवाड़ा से थे। ये ब्याज खोरी का मामला मुलताई थाने से वापस गांव आ गया। 2 माह कुछ दिनों बाद एक अशोक मालवीय के हाथ पे लिखा मेरा है, मैंने खेत नहीं बेचा व् मकान मेरा है. ये इस ग्राम से आपसी झगड़ो के कारण अपने सुसराल में चले गए थे। मुकाम पोस्ट सोहागपुर जिला बैतूल।
7 जुलाई को इनकी पत्नी मुलताई थाने अपने पति की मौत की जांच के बारे में पहुंची। उनसे पुलिस का व्यहवार ठीक नहीं होने से दुखी हो करके ग्रामीण मीडिया को जानकारी दी। पूरी शिकायत का विडिओ है। तत्काल इसकी सुचना मुलताई अनुभाग के SDOP अनिल शुक्ला जी को अवगत कराया। उन्होंने पीड़ित पक्ष का नाम अन्य जानकारी ली आगे कार्यवाही का आश्वाशन दिया।
इनकी पत्नी सीबीआई से जांच की मांग करती है। सूदखोरी और ब्याज की जांच। सम्पति के बटवारे और खरीदी बिक्री की जांच। रजिस्ट्री के बाद जो राशि मिली वह कहाँ है। ये आत्म हत्या नहीं वे हत्या बोल रही है।
गोटमार मेला आज, अब तक 13 की हो चुकी है मौत, इस बार प्रशासन ने चार अस्थाई अस्पताल बनाए
छिंदवाड़ा। पांढुर्ना में वर्षों से चली आ रही खतरनाक परंपरा 'गोटमार' का आयोजन आज किया जा रहा है। गोटमार खेल की परंपरा निभाने के लिए पोला पर्व के दूसरे दिन जाम नदी के तट पर दो गांव के लोग एक दूसरे पर पत्थर बरसाएंगे। खास बाद ये है कि इस परंपरा के तहत अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कई लोगों की आंखें फूट गई हैं। लेकिन ये परंपरा जारी है। इस बार भी प्रशासन ने मेला परिसर में घायलों के लिए चार अस्थाई अस्पताल बनाएं हैं।
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ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर अशांक भगत ने बताया कि 20-20 सदस्यों की पांच टीमें बनाकर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होती रहेंगी। चारों अस्थाई अस्पतालों में चार टीमें और एक रिजर्व टीम रहेगी। इसके अलावा 12 चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम सिविल अस्पताल में तैनात रहेगी। जरूरी उपचार के लिए 12 एम्बुलेंस लगाई गई है। इसमें आठ छोटी और चार बड़ी एम्बुलेंस घायलों के उपचार में मदद करेगी।
ऐसे होते हैं शरुआत
परंपरा के अनुसार गोटमार खेल की अलसुबह सांवरगांव पक्ष के लोग कावले परिवार के घर से पलाश पेड़ का झण्डा लाकर जाम नदी के बीच लगा देते हैं। इसके बाद दिनभर पांढुर्ना पक्ष के लोग इसे तोडऩे का प्रयास करते हैं। सांवरगांव पक्ष के लोग इसे तोडऩे से रोकते हैं। हालांकि प्रशासन की समझाइश पर सूरज ढलने के बाद दोनों पक्ष झण्डा निकालकर चंडी माता के मंदिर में अर्पित करते हैं। इसके बाद माता चंडी की पूजा-अर्चना कर प्रसाद वितरित किया जाता है।
पुरानी परंपरा का हुआ निर्वहन
इस मेले के आयोजन के संबंध में कई प्रकार की किवंदतियां हैं। इन किवंदतियों में सबसे प्रचलित और आम किंवदंती यह है कि सावरगांव की एक आदिवासी कन्या का पांढुरना के किसी लड़के से प्रेम हो गया था। दोनों ने चोरी छिपे प्रेम विवाह कर लिया। पांढुरना का लड़का साथियों के साथ सावरगांव जाकर लड़की को भगाकर अपने साथ ले जा रहा था। उस समय जाम नदी पर पुल नहीं था। नदी में गर्दन भर पानी रहता था, जिसे तैरकर या किसी की पीठ पर बैठकर पार किया जा सकता था और जब लड़का लड़की को लेकर नदी से जा रहा था तब सावरगांव के लोगों को पता चला और उन्होंने लड़के व उसके साथियों पर पत्थरों से हमला शुरू किया। जानकारी मिलने पर पहुंचे पांढुरना पक्ष के लोगों ने भी जवाब में पथराव शुरू कर दी। पांढुरना पक्ष एवं सावरगांव पक्ष के बीच इस पत्थरों की बौछारों से इन दोनों प्रेमियों की मृत्यु जाम नदी के बीच ही हो गई। जिसके बाद से इस मेले का आयोजन होता है।
ग्रामीण मीडिया मुलताई को विश्वसनीय सूत्रो से पता चला है कि, मुख्यमंत्री जी कल 11 तारीख को मुलताई को जिला बनाने की घोषणा कर सकते है। अगर ये जानकारी सही हुई तो मुलताई प्रदेश का 53 नम्बर का जिला होगा। उक्त घोषणा में करीब 51% के चाँस है।साथ ही कल चुनाव में पार्टी से विधायक पद के उमीदवार की घोषण भी होसकती है। शिवराज सिंह चौहान कल मुलताई में आम सभा लेने आरहे हैं। चुनावी वर्ष भी है साथ ही पार्टी में नए चेहरे भी टिकिट की होड़ में शामिल है। कुछ ही समय पहले बैतूल जिले में तहसील भी बढ़ाई गई और अब ग्रामीण मीडिया को सूत्रों से इस बारे में जानकारी भी मिली। अगर ऐसा होता है तो मुलताई वासियों के लिए बड़ा उपहार होगा साथ ही मामा का यह गिफ्ट चुनाव में विशेष भूमिका पार्टी के लिए निभा सकता है और अगर नही होता तो मुलताई वासी पुनः पक्षपात पात की मार का शिकार हो जाएंगे।
मुलताई में भारत बंद के दौरान दो पूर्व विधायक के मार्ग दर्शन में अनुविभगीय अधिकारी राजस्व को 10.30 मिनिट पर आफिस टाईम से पहले घर से कार्यलय जाते समय बस स्टेण्ड पर ज्ञापन दिया। मुलताई में सामान्य रूप से दुकाने 10.30 के बाद खुलती है। नगर में 8.30 बजे पेट्रोल और डीजल के भाव कम और बन्द दुकानों को बन्द कराने के लिये प्रयास किए। इस समय पर दुकाने सामान्य रूप से ही रहती है। 10.30 के बाद खुलती है। आम जनता को उम्मीद थी की आज शायद ये बंद की रैली नमक सत्याग्रह का अनुशरण करके सायकिल या पैदल होना था और ज्ञापन 4 बजे शाम को देना था। आम सभा होना चाहिए था। वरिष्ट कांग्रेस श्रवण बागमारे ने इस बारे में ग्रामीण मीडिया सेण्टर मुलताईसे चर्चा की।