ग्रामीण मीडिया संवाददाता/ मुलताई
प्रभातपट्टन ब्लॉक के बघोड़ा गांव में एक किसान ने सोयाबीन और मक्का का उत्पादन नहीं होने की चिंता में जहर खाकर जान दे दी। बारिश नहीं होने से फसल समय से पहले सूखने लगी थी। किसान शेषराव सोनारे (41) पिछले कुछ दिनों से फसल को लेकर चितिं त था। सोमवार शाम शेषराव खेत से घर आया और जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। परिजन शेषराव को वरुड़ (महाराष्ट्र) के अस्पताल लेकर जा रहे थे। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही शेषराव ने दम तोड़ दिया। शेषराव के बड़े भाई गणपत सोनारे ने बताया भाई शेषराव ने डेढ़ एकड़ में मक्का और पांच एकड़ में सोयाबीन की फसल लगाई थी। बारिश नहीं होने से मक्का और सोयाबीन की फसल सूखने लगी थी। जिसको लेकर वह परेशान था। शेषराव कहता था पिछले कुछ सालों से सोयाबीन नहीं हो रही है, इस साल भी बारिश नहीं होने से फसल सूख रही है। फसल सूखने को लेकर उसने अपनी पत्नी नवीता से भी चर्चा की थी। सभी ने शेषराव को चिंता नहीं करने की समझाइश दी थी। इसके बाद भी शेषराव ने हताश होकर यह कदम उठा लिया। शेषराव की तीन लड़कियां और एक लड़का है।
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