ग्रामीण मीडिया सेण्टर
मुलताई जनपद में आय दिन कोई ना कोई अनुशासन हीनता के समाचार आते है। इससे पूर्व जनपद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जनपद सदस्यों का सामूहिक इस्तीफा और अब सभा का बहिष्कार जिलाधीश बैतूल ने इस पर हस्तक्षेप करना चाहिए। संविधान के 73 वे संवैधानिक संशोधन के परिणाम स्वरूप त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था देश में लागू हुई है। जनपद पंचायत इस की महत्वपूर्ण कड़ी है। इसी कड़ी में 11 वी अनुसूची के 29 विषयो को स्वीकार करके मध्य्प्रदेश शासन ने अपनी शक्तियो को प्रत्यायोजित किया है। राज्य के 23 विभागो की ग्रामीण क्षेत्र से सम्बिधित योजनाओ के कार्यक्रम का हस्तांतरण पंचायत राज संस्थाओ को किया गया। सामान्य प्रशासन समिती ,कृषि समिति,शिक्षा समिति सहकारिता और संचार तथा संकर्म समिति है। इस प्रकार के हंगामा से जनपद क्षेत्र के समस्त विकास कार्य रुकते है। पंचायतीराज में बैठक व्यवस्था भंग होने और अनुशासनहीनता के भी स्पष्ट प्रवाधन है। इस ओर राज्य सरकार में ध्यान देना चाहिए। गलती अधिकारी या जनप्रतिनिधीओ की हो विकास कार्यप्रभावित हो रहे है।
जनपद पंचायत की सामान्य सभा की बैठक शुरू होते ही जनपद सीईओ उठकर चले गए। डेढ़ घंटे तक जनपद अध्यक्ष पार्वती उइके, उपाध्यक्ष सदाशिव गढ़ेकर सहित जनपद सदस्य सीईओ के आने का इंतजार करते रहे। इसके बाद भी सीईओ नहीं पहुंचे तो अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित जनपद सदस्य नाराज होकर कार्यालय के गेट पर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। दोपहर 2 बजे से जनपद पंचायत सभाकक्ष में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य सहित सीईओ की उपस्थिति में बैठक शुरू हुई और सीईओ अभिषेक गुप्ता ने अध्यक्ष से पांच मिनट में वापस आने की बात कही और चले गए। डेढ़ घंटे तक सीईओ के नहीं आने पर नाराज अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार करते हुए कार्यालय के गेट पर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना मिलते ही सीईओ गुप्ता पहुंचे। सीईओ ने सभी को समझाने का प्रयास किया लेकिन अध्यक्ष सहित सदस्य कार्यालय से चले गए।
अध्यक्ष ने कहा- सीईओ करते हैं जनप्रतिनिधियों का अपमान
जनपद अध्यक्ष पार्वती उइके ने सीईओ पर जनप्रतिनिधियों का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा आदिवासी अध्यक्ष होने के कारण सीईओ अपनी मनमर्जी से कार्यालय चला रहे हैं। उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जाती है। उपाध्यक्ष सदाशिव गढ़ेकर ने कहा सीईओ की तानाशाही से सभी परेशान है। जनपद सदस्य बालकिशन रघुवंशी, वीणा सूर्यवंशी, शांति गढ़ेकर, प्रेमलाल पंवार, लक्ष्मी टिटारे, दुर्गा वराठे सहित अन्य सदस्यों ने भी नाराजगी व्यक्त की।
निर्माण कार्यों की जानकारी बनाने गया था
सीईओ अभिषेक गुप्ता ने बताया जिला पंचायत कार्यालय से निर्माण कार्यों की राशि लैप्स होने से संबंधित जानकारी के लिए फोन आया था। जानकारी बनाने के लिए कार्यालय गए थे। जानकारी बनाने में देरी होने से बैठक में नहीं पहुंच पाए।
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