चिचंडा नर्सरी में कार्यरत थे उद्यान अधिकारी, मुलताई में किराए के मकान में रहते थे
मुलताई प्रभातपट्टन ब्लॉक के ग्राम चिचंडा की सरकारी नर्सरी में पदस्थ ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी योगेंद्र उइके (30) का शव शनिवार को कमरे में लटका मिला। अविवाहित योगेंद्र मुलताई में भगतसिंह वार्ड में किराए के मकान में रहते थे। शुक्रवार से योगेंद्र के नजर नहीं आने पर दोपहर में मकान मालिक की पत्नी ने दरवाजा खोलकर देखा तो फांसी पर लटके दिखाई दिए। बालाघाट जिले के ग्राम लामटा निवासी योगेंद्र उइके चिचंडा के संजय निकुंज नर्सरी में पदस्थ थे। योगेंद्र भगतसिंह वार्ड में अजाबराव गीद के मकान की पहली मंजिल में बने कमरे में किराए से रहते थे। मकान मालिक की पत्नी विमला गीद ने 22 फरवरी को सुबह योगेंद्र उइके को बाहर जाते देखा था। इसके बाद योगेंद्र घर कब आए इसका किसी को पता नहीं। विमला बाई ने पहली मंजिल पर जाकर योगेंद्र के कमरे के दरवाजे को धक्का दिया तो वह खुल गया। अंदर छत में लगे लोहे के हुक पर रस्सी के फंदे पर योगेंद्र का शव लटका था। विमला बाई ने पड़ोसियों और पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने कमरे को सील कर दिया। एसआई राकेश सिरसाम ने बताया एफएसएल टीम और मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी है। कार्यालय नहीं पहुंचे तो माली ने लगाया था फोन चिचंडा नर्सरी में कार्यरत माली बसंत कुमार बेले ने बताया 21 फरवरी को योगेंद्र साहब वेतन पत्रक लेकर बैतूल गए थे। इसके बाद से कार्यालय नहीं पहुंचे। शनिवार को भी कार्यालय नहीं पहुंचने पर दोपहर में उनके मोबाइल पर फोन लगाया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ था। उन्होंने बताया उइके का व्यवहार सबसे अच्छा था। योगेंद्र उइके 11 महीने पहले ही चिचंडा नर्सरी में पदस्थ हुए थे।
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